काल भैरव मंत्र का जप करने के लिए निम्नलिखित विधि अपनाई जा सकती है
:जप विधि : शुभ मुहूर्त का चयन: काल भैरव मंत्र का जप किसी भी शुभ मुहूर्त में किया जा सकता है। विशेष रूप से कालाष्टमी या काल भैरव जयंती के दिन जप करना अधिक फलदायी माना जाता है।
स्थान और दिशा: जप करते समय पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें। यह सुनिश्चित करें कि आप एक शांत और पवित्र स्थान पर बैठें, जहाँ कोई व्यवधान न हो।
सामग्री:काल भैरव की मूर्ति या चित्र, लाल कपड़ा , सरसों के तेल का दीपक
मंत्र का उच्चारण:मंत्र: “ॐ काल भैरवाय नमः” या”
ॐ भ्रं काल भैरवाय भ्रं फट्ट”।मंत्र का 108 बार जप करें। इसके लिए माला का उपयोग कर सकते हैं ताकि गिनती में गलती न हो।
दीपक जलाना: सरसों के तेल का दीपक जलाएं और उसके सामने बैठकर मंत्र का जप करें। यह नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा प्रदान करता है।
ध्यान और एकाग्रता:
जप करते समय भगवान काल भैरव के स्वरूप का ध्यान करें और अपनी सभी समस्याओं के समाधान की प्रार्थना करें। ध्यान रखें कि आपका मन शांत और एकाग्र हो।
क्षमा प्रार्थना: अंत में जाने-अनजाने में की गई गलतियों के लिए क्षमा मांगें
समापन :
जप समाप्त होने के बाद भगवान काल भैरव की आरती करें और प्रसाद चढ़ाएं। अंत में, भगवान से आशीर्वाद प्राप्त करें और अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना करें। और जरूरतमंदों को कंबल बांटें तथा कुत्ते को भोजन कराएं।इस विधि से पूजा करने से भगवान काल भैरव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में आने वाली बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
काल भैरव मंत्र के लाभ
नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा: यह मंत्र बुरी आत्माओं, नकारात्मक ऊर्जा और काले जादू से सुरक्षा प्रदान करता है।
आध्यात्मिक विकास: नियमित जप आध्यात्मिक विकास में सहायक होता है, भक्तों को ज्ञान और मोक्ष की ओर ले जाता है।
साहस और निर्भीकता: यह मंत्र साहस और निर्भीकता प्रदान करता है, जिससे साधक अपने भय को दूर कर आत्मविश्वास के साथ चुनौतियों का सामना कर सकते हैं।
आध्यात्मिक प्रयासों में मार्गदर्शन: भक्त अपने आध्यात्मिक यात्रा में मार्गदर्शन के लिए भगवान काल भैरव की सहायता प्राप्त करते हैं, जिससे वे धर्म के मार्ग पर बने रहते हैं।
ज्ञान प्राप्ति: नियमित जप से आध्यात्मिक विकास और ज्ञान प्राप्ति होती है, जिससे साधक उच्च चेतना की अवस्था प्राप्त कर सकते हैं।शत्रुओं से सुरक्षा: यह मंत्र शत्रुओं और विरोधियों से सुरक्षा प्रदान करता है, जीवन में सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
समय प्रबंधन में सुधार: काल भैरव को समय के देवता माना जाता है, और उनकी साधना से व्यक्ति के समय प्रबंधन कौशल में सुधार होता है।
आर्थिक समृद्धि: काल भैरव मंत्र का जाप करने से आर्थिक संकट दूर होते हैं और व्यापार में सफलता मिलती है।
स्वास्थ्य लाभ: यह मंत्र शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार लाता है, जिससे व्यक्ति को तनाव और चिंता से राहत मिलती है।
परिवार में शांति और सद्भावना: काल भैरव की पूजा से परिवार में शांति और सद्भावना बनी रहती है, जिससे पारिवारिक संबंध मजबूत होते हैं।
सकारात्मक ऊर्जा का संचार: नियमित रूप से मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।